Class 10 Hindi Chapter 10 | चिट्ठियों की अनूठी दुनिया  Question Answer | SEBA

Class 10 Hindi Chapter 10 | चिट्ठियों की अनूठी दुनिया (श्रीअरविंद कुमार सिंह)  Question Answer | SEBA: हमारी वेब साईट में स्वागत है! हम आपको आपकी शैक्षणिक यात्रा के लिए ग्रेड 10 के नोट्स प्रदान करते हुए प्रसन्न हैं।

आज, इस लेख में मैं आपके 10 वीं कक्षा के चिट्ठियों की अनूठी दुनिया के दीर्घ और लघु प्रश्नों पर चर्चा करूँगा हम लगभग सभी लंबे और छोटे प्रश्नों के समाधान प्रदान करते हैं।

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Class 10 Hindi Chapter 10 Question Answer

अभ्यास-माला

बोध एवं विचार

(१) पूर्ण वाक्य में उत्तर दो

(क) पत्र को उर्दू में क्या कहा जाता है ? [HSLC 2015]

उत्तर : पत्र को उर्दू में खत कहा जाता है।

(ख) पत्र लेखन क्या है-

उत्तर : पत्र लेखन एक कला है।

(ग) कब से विश्व डाक संघ ने पत्र लेखन की प्रतियोगिता शुरू की ?

उत्तर : सन् 1972 से विश्व डाक संघ ने पत्र लेखन की प्रतियोगिता शुरू की।

(घ) महात्मा गांधी के पास दुनिया भर के पत्र किस पते पर आते थे ? [HSLC 2016, 2019]

उत्तर : महात्मा गांधी के पास दुनिया भर के पत्र महात्मा गांधी इंडिया पते पर आते थे।

(ङ) तमाम सरकारी विभागों की तुलना में सबसे ज्यादा गुडविल किसका है ?

उत्तर : तमाम सरकारी विभागों की तुलना में सबसे ज्यादा गुडविल डाक विभाग का था।

(च) पत्र को कन्नड़ भाषा में क्या कहते है ? [HSLC 2016, 2019]

उत्तर : पत्र को कन्नड़ भाषा में कागद कहते हैं।

(छ) एसएमएस का अर्थ क्या है ? [HSLC 2017]

उत्तर : एसएमएस का अर्थ है लघु संदेश सेवा ।

(ज) गाँव अथवा गरीव बस्तियों के लोगों के लिए देवदुत कौन है ? [HSLC 2017, 2020]

उत्तर : गाँव अथवा गरीव बस्तियों के लोगों के लिए चिट्टी या मनी आर्डर लेकर पहुचने वाला डाकिया देवदूत है।

(२) संक्षिप्त उत्तर दो (लगभग 25 शब्दों में)

( क ) पत्र ऐसा क्या काम कर सकता है जो संचार का आधुनिकतम साधन नहीं कर सकता ?

उत्तर : जो काम पत्र कर सकता है वह संचार का आधुनिकतम साधन भी नहीं कर सकता। पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश नहीं दे सकता है।

(ख) चिट्ठियों की तेजी अन्य किन साधनों के कारण बाधा प्राप्त हुई है ?

उत्तर : बड़े शहरों और महानगरों में संचार के नए साधनों के विकास ने चिट्ठियों की तेजी को बाधित किया है।

(ग) पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता ?

उत्तर : फोन या एसएमएस के संदेश छोटे होते हैं। उनसे कोई सिलसिला आरंभ नहीं होता। इसीलिए फोन या एसएमएस के संदेश पत्र जैसा संतोष नहीं दे सकते।

(घ) अपने पास आए दुनिया भर के पत्रों का जवाब गांधीजी कैसे देते थे ? [HSLC 2016]

उत्तर : गांधीजी पत्रों का जवाब तुरंत देते थे। जब उनका दाहिना हाथ थक जाता था। तब वे बाएं हाथ से पत्रों के जवाब लिखने लगते थे ।

(ङ) कैसे लोग बहुत उत्सुकता से अब भी पत्रों का इंतजार करते हैं ?

उत्तर : शहरी-ग्रामीण हर वर्ग के लोगों सहित हमारे सेना के जवान पत्रों का इंतजार आज भी बड़ी उत्सुकता से करते हैं। के कई देशों में इस प्रकार के प्रयास किए गए। विश्व डाक संघ ने 16 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों के लिए पत्र लेखन प्रतियोगिता आयोजित करने का सिलसिला सन् 1972 से आरंभ किया।

(ख) वास्तव में पत्र किसी दस्तावेज से कम नहीं है- कैसे ?

उत्तर : बड़े-बड़े लेखक, पत्रकार, उद्यमी, कवि, प्रशासक के पत्र अनुसंधान के विषय है। भारत की आजादी की लड़ाई के दिनों में अंग्रेज अधिकारियों ने अपने परिवार को जो पत्र लिखे थे उनसे पता चलता है कि भारत की आजादी की लड़ाई बड़ी मजबूती से लड़ी गई थी। महात्मा गांधी और रवींद्रनाथ ठाकुर के बीच जो पत्र व्यवहार हुआ था उससे उस समय की राजनैतिक, सामाजिक स्थिति का तो पता चलता ही है, साथ ही साथ इनकी मानसिक स्थिति का भी पता चलता है। इन बातों से यह साबित हो जाता है कि वास्तव में पत्र किसी दस्तावेज से कम नहीं होते हैं।

(ग) भारतीय डाकघरों की बहु आयामी भूमिका पर प्रकाश डालो।

उत्तर : भारतीय डाकघर आज मात्र चिट्ठियां भेजने का काम तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि चिट्ठियों को भेजने के साथ-साथ यह जनसेवा के कई अन्य अत्यावश्यकीय एवं महत्वपूर्ण कार्य भी करता है। जैसे कि मनिआर्डर भेजने का काम। आज भी भारत के दूर-दराज के गांवों में डाक द्वारा भेजे गए मनिआर्डर के रुपयों से ही चूल्हा है। इसी तरह लघु बचत योजना के तहत भारतीय डाकघर दूर दराज के गांवों में जहां बैंक नहीं है वहां लोगों के पैसे जमा करता है। समय पर लोगों के जमा पैसे उपलब्ध कराता है। इस तरह से यह एक बैंक की सुविधा भी आम लोगों को उपलब्ध करा रहा है। इसी प्रकार भारतीय डाक विभाग द्वारा केंद्र सरकार की और भी कई प्रकार के आर्थिक परियोजनाओं को कार्यान्वित किया जाता है। डाक पार्सल द्वारा तरह-तरह के छोटे-बड़े सामान देश के एक कोने से दूसरे कोने तक भेजे जा रहे हैं।

भाषा एवं व्याकरण ज्ञान

(१) पत्र शब्द के योग से बनने वाले पाँच शब्द लिखो।

उत्तर : पत्र शब्द के योग से बनने वाले पाँच शब्द हैं प्रमाणपत्र, अंकपत्र, मुखपत्र, संवादपत्र, स्वीकृतिपत्र आदि।

(२) ‘इक’ प्रत्यय के योग से बनने वाले पाँच शब्द पुस्तक से खोजकर लिखो।

उत्तर : ‘इक’ प्रत्यय के योग से बनने वाले पाँच शब्द हैं मौखिक, राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि।

(३) दो स्वरों के मेल से होनेवाले परिवर्तन को स्वर संधि कहते हैं, जैसे-

रवीन्द्र रवि + इन्द्र। इस संधि में इ इ ई हुई है। इसे दीर्घ संधि कहते हैं। संधियाँ चार प्रकार की मानी गई हैं-दीर्घ, गुण, वृद्धि और यण ।

ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ के साथ ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ, आ आए तो ये आपस में मिलकर क्रमशः दीर्घ आ, ई, ऊ हो जाते हैं, इसी कारण इस संधि को दीर्घ संधि कहते हैं, जैसे- संग्रह + आलय संग्रहालय, महा + आत्मा = महात्मा।

उदाहण –

(i) वन + औषधिवनौषधि
(ii) शिव + आलयशिवालय
(iii) सदा+एवसदैव [HSLC 2015]

निष्कर्ष:

हमारा मानना ​​है कि ये नोट्स शिक्षार्थियों को विषयों की बेहतर समझ विकसित करने और उनकी परीक्षा के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करेंगे।

हमें विश्वास है कि ये नोट्स शिक्षार्थियों को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने और उनके अकादमिक प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद करेंगे। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो और मददगार लगा हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।

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